गौरैया चिड़िया दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं पिछले कुछ लिखो में हमने अन्य प्रकार के पक्षी पशुओं से संबंधित विस्तृत जानकारी दिया है आज के इस लेख About sparrow in hindi में हम लोग गौरैया पक्षी के बारे में पढ़ेंगे इसकी दिनचर्या खानपान आदि से संबंधित जितने भी प्रश्न होंगे उनको उत्तर देने का काम करेंगे तो चलिए लेख को आगे पढ़ते हैं।
गौरैया चिड़िया का परिचय sparrow bird introduction
यह पक्षी पासर डोमेस्टिकस होती है जिनको यूरोप और एशिया में देखने को मिलता है अधिकतर यह देखा गया है जहा जहा मनुस्य पाए जाते है वहा पर इनकी प्रजातियां पाई जाती है इनकी मुख्य प्रजातियां 6 है जो कुछ इस प्रकार है स्पैरो, स्पेनिश स्पैरो, सिंड स्पैरो, रसेट स्पैरो, डेड सी स्पैरो और ट्री स्पैरो इनमे से गौरैया को हाउस स्पैरो के नाम से जानते है।
जिनकी अधिक आबादी गावो में मिलती है इनकी लोगो से बहुत लगाव होता है इसलिए जहा कोई अपना घर बनता है वह ये पहुंच जाती है इनको अपने घरों और पेड़ पौधों पर देखने को मिलता है लेकिन जैसा जैसा समय बदलता जा रहे हैं इनकी संख्या में भी कमी देखने को मिल रहा है इनकी उम्र लगभग 6 वर्ष की होती है।
वैज्ञानिक वर्गीकरण scientific classification
जगत | जंतु |
संघ | कॉर्डैटा |
वर्ग | एव्स |
गण | Passeriformes |
कुल | Passeridae |
वंश | पैसर |
जाति | P. domesticus |
गौरैया की संरचना sparrow structure
यह देखने में छोटी होती है जोकि हल्की भूरे रंग यह सफेद में दिखाई देती हैं इनकी शरीर के बारे में बात करें तो पाएंगे कि इनके छोटे छोटे पंख होते हैं पीली चोच होती हैं इनके जो पैर होते हैं वह भी पीले रंग के होते हैं इनमें भी नर गौरैया तथा मादा गौरेया पाए जाते हैं।
जिनमें नर गौरैया की पहचान गले के पास काले धबे से की जाती है जिनकी लंबाई लगभग 15 सेंटीमीटर होती है जहां लोगों का निवास होता है उसी के आसपास रहना पसंद करते हैं पहाड़ों में कम दिखाई देती है जबकि शहर आदि में उनकी संख्या अधिक मात्रा में दिखाई देती है इनमे से नर गौरया की पहचान मुख्य रूप रंगों से की जाती है जो की भूरा रंग होता है।
गौरैया का आहार sparrow diet
यह पक्षी सर्वाहारी होते हैं जोकि मांस और अनाज दोनों का सेवन करते हैं इनका संबंध जब लोगों से ज्यादा होता है तो इनको अधिक से अधिक मात्रा में शाकाहारी भोजन जैसे कि चावल दाल गेहू आदि के छोटे-छोटे कर आसानी से मिल जाते हैं जिनसे से अपना भोजन कर लेते हैं वैसे तो इनका शरीर बहुत छोटा होता है इसलिए इनकी अन्य पक्षियों की तरह बहुत कम भोजन की आवश्यकता होती है जोकि आसानी से लोगों द्वारा मिल जाती है।
गौरैया की संख्या में कमी decrease in the number of sparrows
जैसे-जैसे आधुनिकरण बढ़ता जा रहा है वैसे वैसे इनकी संख्या में कमी होती जा रही है जोकि किसी भी संस्कृति के लिए यह शोभा नहीं देता है जैसे जैसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है वैसे वैसे पेड़ों की कमी होती जा रही है खेतों की कमी होती जा रही है।
जहां पर इनका निवास होता था इसलिए इनको पर्याप्त मात्रा में भोजन नहीं मिल पाता है आज के समय में अतिरिक्त मोबाइल टावरों से निकलने वाली तरंगे भी इनको बहुत ज्यादा प्रभावित कर रही हैं जिनसे की इनकी संख्या में लगातार कमी देखी जा रही है मेरा मानना है कि यदि इन तरंगों पर संतुलन न बनाया जाए तो एक ऐसा समय आएगा जब इनकी प्रजाति पृथ्वी से समाप्त हो जाएगी।
इसके अतिरिक्त और भी कारण हैं जिनसे इनकी संख्या में कमी होती जा रही है जैसे कि पर्यावरण प्रदूषण तापमान में बढ़ोतरी यह देखते हुए दिल्ली सरकार द्वारा अहम फैसला लिया गया है जो कि गौरैया चिड़िया को बचाने के लिए लाया गया है इसलिए इस पक्षी को वहां की सरकार राज पक्षी भी घोषित किया है।
गौरैया का निवास sparrow’s residence
उनके निवास स्थान के बारे में बात करें तो अधिकतर गांव की घरों की छतो में तथा पेड़ पौधों पर छोटी-छोटी घोसले बनाकर ज्यादा पसंद करती है घरों में इनके रहने का मुख्य कारण यह है कि लोगों द्वारा इनको आसानी से भोजन मिल जाता है गांव और शहर की बात करें तो इनकी आबादी शहरों की अपेक्षा गांव में ज्यादा मिलती है।
गौरैया की रक्षा sparrow protection
यदि समय रहते हैं इनकी देखभाल अच्छी तरह से ना किया जाए तो इनकी संख्या विलुप्त हो जाएगी यह देखते हुए दिल्ली सरकार ने इनकी संख्या में बढ़ोतरी करने के लिए आगे आने का निर्णय लिया है इसलिए इस पक्षी को को राजपक्षी की संज्ञा दी गई जोकि काफी सराहनीय कार्य है ऐसे में पराबैगनी किरण भी इनके लिए हानिकारक साबित हो रही हैं जिनको रोका जाना चाहिए।
समय परिवर्तन के बाद पर्यावरण भी इनके अनुकूल नहीं रहा इसलिए लोगों को ये प्रयास करना चाहिए कि अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं जिससे कि पर्यावरण में संतुलन बना रहे और इनकी आबादी कायम रहे।
गौरैया के बारे में रोचक जानकारियां Interesting facts about sparrow
- उनकी मुख्य प्रजातियां डेड सी स्पैरो, रसेट स्पैरो, स्पेनिश स्पैरो, सिंड स्पैरो, हाउस स्पैरो, ट्री स्पैरो है।
- इन का जीवनकाल 5 वर्षों का होता है।
- इनका वजन औसतन 35 ग्राम होता है।
- इनका मुख्य निवास घरों और पेड़ पौधों पर होता है।
- यह देखने में बहुत ही सुंदर लगती है।
गौरैया चिड़िया पर निबंध essay on sparrow bird
- यह देखने में बहुत ही आकर्षक लगती हैं।
- इनकी आबादी अधिकतर गांव में ही निवास करती है।
- यह गांव में ही छोटी-छोटी घोंसला बनाकर रहती है।
- इनको अधिकतर झुंड में ही पाया जाता है।
- एक समय में लगभग 4 अंडे देती हैं।
- गौरैया चिड़िया की आबादी लगभग विश्व में सभी जगहों पर पाई जाती हैं।
- इनका वजन लगभग 35 ग्राम होता है।
- इनकी लंबाई 16 सेंटीमीटर होती है।
- इनमें दो पंख होते हैं।
- आज के समय में इनकी आबादी कम होती जा रही है जिनका मुख्य कारण मोबाइल टावर से निकलने वाली हानिकारक तरंगे है।
- 20 मार्च को गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- चिड़िया किसानों के लिए मददगार होती हैं क्योंकि छोटी छोटी कीड़ो को खा जाती हैं।
- इनकी आवाज ची ची होती है।
- नर और मादा चिड़िया की पहचान गले के द्वारा किया जाता है।
- नर के गले में भूरा रंग होता है सिर पर भी होता है।
- जबकि मादा में ऐसा कोई नहीं दिखाई देता है।
- एक दिन में ये कई किलोमीटर दुरी तय कर सकती है।
- यह पक्षी सर्वाहारी होते हैं।
- दिल्ली सरकार इसको राज्य पक्षी के रूप में मानती है।
- इसकी आवाज बहुत सुंदर लगती है।
- अंग्रेजी भाषा में इसको sparrow कहते हैं।
आपने क्या सीखा what you learned
दोस्तों आज के लेख About sparrow in hindi में आपने गोरेया से संबंधित जानकारियां जैसे कि इसके बारे में सामान्य परिचय इस का वैज्ञानिक वर्गीकरण गौरैया की संरचना इसका भोजन गौरैया की संख्या में कमी होने का कारण इसका निवास स्थान इसकी रक्षा कैसे किया जा सकता है।
इनके बारे में कुछ रोचक जानकारियां तथा इसके ऊपर एक विस्तृत निबंध के बारे में आपने पढ़ा मैं आशा करता हूं कि मेरे द्वारा दिया गया यह विस्तृत जानकारी सबसे आसान भाषा में है यदि हमारे द्वारा दिए गए लेख में किसी प्रकार की कोई कमी रह जाती है तो आप हमें कमेंट के द्वारा सूचित कर सकते हैं धन्यवाद।