नारियल के पेड़ पर निबंध हिंदी में Essay on coconut tree in hindi

By   March 16, 2022

दोस्तों आप सभी को जानकारी होगा कि इस वेबसाइट के माध्यम प्रतिदिन कुछ न कुछ ज्ञान से संबंधित जानकारियों को पब्लिश करने का काम किया जाता है आज के इस आर्टिकल के अंदर हम नारियल पेड़ के बारे में एक विस्तृत जानकारी व नारियल पेड़ पर निबंध के बारे में पढेंगे ,

प्रस्तावना

नारियल का पेड़ बहुत ही सुंदर वह लंबा दिखाई देता है नारियल पेड़ को अधिकतर समुंद्री इलाकों में देखने को मिलता है क्योंकि इनको पर्याप्त खाद्य पदार्थ आसानी से उपलब्ध हो जाता है इसलिए बहुत कम समय में ही लंबे हो जाते हैं नारियल का पेड़ अपने आप में अलग महत्व रखता है नारियल का पेड़ अपने आप में सोभा बढ़ाने का कम करता है ।

नारियल पेड़ के बारे में जानकारियां

नारियल पेड़ को अंग्रेजी भाषा में कोकोनट के नाम से जानते हैं यह पूरे विश्व में पाया जाता है क्योंकि इसकी पर उत्पत्ति सभी जगह पर देखी जाती है प्राचीन काल से ही लोगों को पेड़ों से गहरा लगाव रहा है इसलिए इस पेड़ से भी लोगों को बहुत अधिक उपयोगी है इसका मुख्य कारण है कि यह देखने में बहुत ही सुंदर लगता है जिसका वैज्ञानिक नाम कोकोस न्युकिफेरा है अधिकतर 100 वर्ष तक रह सकते हैं जिनकी लंबाई 25 मीटर के आसपास देखने को मिलती हैं ।

नारियल के फल से होने वाले फायदे

नारियल का फल शरीर की वृद्धि में भी काफी फायदेमंद होता है क्योंकि इनके फलों में विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है जिसमें पोटेशियम कैल्शियम तथा फाइबर की मात्रा होती है इनके फलों में कुछ ऐसे तत्व भी मिलते हैं जिनसे हमारी शरीर की वृद्धि बहुत अच्छी होती है इसकी सेवन हमेशा करने से व्यक्ति का शरीर हष्ट पुष्ट होता है ।

नारियल का फल किस बीमारियों में फायदे देता है ?

आमतौर पर यह देखा गया है कि जब किसी व्यक्ति की शरीर में कोई बीमारी होती है तो उसका मुख्य कारण यह होता है कि उसके शरीर के अंदर उस तत्व की कमी के कारण बीमारी जगह बना रही है यदि समय पर उस तत्वों की पूर्ति हो जाए तो ऐसी बीमारियों का सामना करना नहीं पड़ेगा इसलिए डॉक्टर हमेशा यह सलाह देते हैं कि एक सामान्य व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए सामान्य मात्रा में विटामिन सी कैल्शियम प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट लेनी चाहिए जिससे कि शरीर स्वस्थ रहें, इस फल को बुखार लगने पर अधिक मात्रा में लोग प्रयोग करते हैं जैसे की डेंगू ,

नारियल पेड़ के घरेलू उपयोग

नारियल के पेड़ का उपयोग विभिन्न कार्यों में किया जाता है जैसे कि लकड़ी के उपयोग में नाव बनाने में फर्नीचर में घरों में प्रयोग होने वाले जितने भी झाड़ू होते हैं लगभग सब में इसका प्रयोग किया जाता है सजावट की साधनों में भी इसको अधिक मात्रा में प्रयोग किया जाता है नारियल की तेल के बारे में बात करें तो इसका भी उपयोग बड़ी मात्रा में किया जाता है जैसे कि खाना पकाने में पेय पदार्थ बनाने में स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होता है मुलायम चमकदार होने के चलते लोग बहुत प्रयोग करते है ।

नारियल पेड़ की प्रजातियां

नारियल पेड़ की कई प्रजातियां पाई जाती हैं जिसमें से कुछ प्रजातियों के पेड़ की लंबाई लगभग 30 मीटर के आसपास होती है जबकि कुछ प्रजातियों की लंबाई 15 मीटर के आसपास होती है इन दोनों प्रजातियों के बीच में जीवन काल का बहुत कम अंतर होता है इनकी औसत आयु 100 साल के आसपास होती है ।

नारियल पेड़ कहां पाए जाते हैं ?

नारियल पेड़ की उपलब्धता समुद्र के किनारे अधिक होता है भारत में इसकी उपलब्धता की बात करें तो समुंद्री किनारे पर बसे हुए राज्य जैसे कि केरल तमिलनाडु आंध्र प्रदेश मुंबई और गोवा देखने को मिलता है है विश्व में नारियल उत्पादन के क्षेत्र में भारत का स्थान तीसरे नंबर पर है जबकि विदेशों में भी इसकी उत्पादन जैसे मालवीय मलेशिया इंडोनेशिया ब्राजील श्रीलंका आदि देश में मिलता है जिनमें से इंडोनेशिया प्रथम स्थान पर फिलिपिंस दूसरे स्थान पर है ।

नारियल पेड़ का धार्मिक महत्व

नारियल का पेड़ भारत की संस्कृति को एक नई दिशा को निर्देशित करता है कई ऐसे पूजा-पाठ है जिनमें की नारियल की फल की विशेष महत्व होता है जैसे कि बिहार और उत्तर प्रदेश राज्य में एक छठ पूजा की आयोजन किया जाता है जिसमें कि इसकी फल का होना जरुरी है ऐसा माना जाता है कि किसी भी शुभ कार्य में नारियल को थोड़ेना से शुभ होता है इसलिए हिंदू रीति-रिवाजों में इसका एक अलग ही संबंध है नारियल के फल को भगवान शिव शंकर का प्रतीक माना जाता है यह अन्य फलों की तुलना में एक पवित्र फल माना जाता है ।

निष्कर्ष

नारियल पेड़ अपने आप में बहुत से गुण समेटे हुए हैं जिसको प्रदर्शित नहीं किया जा सकता जैसे कि बीमारियों में इसका योगदान घर की साज सज्जा के सामानों में इसका योगदान पूजा पाठ में इसका योगदान आदि बहुत से क्षेत्र हैं जहां यह उपयोगी है अन्य फलों में इसको अधिक महत्व मिलता है ।