मापन क्या है ? मापन से आप क्या समझते है ?

By   April 12, 2022

हमारे दैनिक जीवन में मापन का बहुत प्रयोग होता है प्रत्येक व्यक्ति रोजाना मापन का उपयोग करता ही करता है विज्ञानं में कई प्रकार कि राशियो जैसे की लम्बाई क्षेत्रफल आयतन द्रव्यमान समय ताप विधुत धारा आदि को नापा जाता है किसी भौतिक राशि का परिमाण संख्याओं में व्यक्त करने को मापन कहा जाता है। मापन मूलतः तुलना करने की एक प्रक्रिया है। इस लेख में मापन क्या है ? मापन से आप क्या समझते है ? इसको विस्तार से समझते है ,

मापन किसे कहते है ?

स्टीवेंस के अनुसार कीन्ही निश्चित स्वीकृत नियमो के अनुसार पदार्थो को नाक या संख्या प्रदान करने की प्रक्रिया मापन हैं उदहारण द्वारा इसे आसानी से समझ सकते है जैसे की उदाहरण के लिये जब हम कहते हैं कि किसी पेड़ की उँचाई 15 मीटर है तो हम उस पेड़ की उचाई की तुलना एक मीटर से कर रहे होते हैं। यहाँ मीटर एक मानक मात्रक है जो भौतिक राशि लम्बाई या दूरी के लिये प्रयुक्त होता है। इसी प्रकार समय का मात्रक सेकण्ड, द्रव्यमान का मात्रक किलोग्राम आदि द्वारा ब्यक्त किया जाता हैं। आप सभी को मापन क्या है ? मापन से आप क्या समझते है ? ये टॉपिक अब समझ में आ गया होगा इससे सम्बंधित और भी टॉपिक देख लेते है ।

मापन का महत्त्व एव आशय

लॉर्ड केल्विन के अनुसार आप जिसको माप सकते हैं और उसे संख्याओं में व्यक्त कर सकते हैं, तो आप उसके बारे में कुछ जानते हैं ; लेकिन यदि आप उसे संख्याओं में अभिव्यक्त नहीं कर सकते तो आपका ज्ञान तुच्छ और असंतोषजनक माना जायेगा ,

  1. जिसकी माप न हो संख्या में व्यक्त न किया जा सके ऐसे में बिना संख्यात्मक मान के विज्ञान या प्रौद्योगिकी को परिभाषित नही किया जा सकता,
  2. बिना शुद्धतापूर्वक मापे, किसी राशि का शुद्धतापूर्वक नियन्त्रण भी नहीं हो सकता। इसके लिए सबसे जरुरी माप होता है,
  3. मापन का उपयोग इंजीनियरी, भौतिकी एवं अन्य विज्ञानों के अलावा मनोविज्ञान, स्वास्थ्य में होता है। हर कोई व्यक्ति इसे परिचित है,
  4. किसी भी वस्तु की गुणवता के लिए माप सबसे जरुरी होता है ,

मापन के स्तर

  • मापन के स्तर का निर्धारण को शोध विधितंत्र में मापन को वर्गीकृत करने का एक तरीका है,
  • जिसमे मापन में गुणों को संख्याओं द्वारा व्यक्त किया जाता है,
  • संख्याओं के कुछ प्राकृतिक और मूल गुण (properties) होते हैं जो इस प्रकार है ,
  • उनकी अनन्यता, क्रमिकता, निश्चित अंतराल पर स्थित होना इत्यादि,
  • स्टैनले स्मिथ स्टेवेंस ने मापन के चार स्तर बताए जिनके द्वारा शुद्ध माप की गणना की जा सकती है ,जो निम्न्लिखित है नामिक मापक, क्रमिक मापक, अंतराल मापक और अनुपात मापक ,

माप और तौल (Measures and Weights)

किसी विषय में सही ज्ञान के लिए यह जरुरी है कि हम प्रकृति के कुछ गुणों की माप करें। अधिकतर तीन राशियों को प्रयोग किया जाता है जो की लंबाई, भार तथा समय, है इन राशियों में से किसी को भी मापने के लिए परिमाण को मानक मान लिया जाता है इसमें पूरी मात्रा को मापा जाता है जैसे की हम रूपए में गिनते हैं तथा तौल को किलोग्राम में ।

मापन के तत्व

वह वस्तु प्राणी अथवा क्रिया जिसकी किसी विशेषता का मापन होना है,
विशेषता को मापने के उपकरण अथवा विधियां,
वह व्यक्ति जो मापन करता है अर्थात मापन कर्ता,

FAQ

मापन से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मापन का इतिहास क्या हैं ?

उत्तर सिन्धु घाटी (३००० ईसापूर्व से १५०० ईसापूर्व) के लोगों ने नाप एवं तौल के उपयोग में अत्यन्त उन्नत मानकीकरण का विकास कर लिया था। यह वहाँ खुदाई से प्राप्त मापों से स्पष्ट है। उनके नाप-तौल के मात्रकों में आश्चर्यजनक एकरूपता (युनिफॉर्मिटी) दिखती है।

2. मापन कितने प्रकार के होते हैं

उत्तर मापन चार प्रकार के होते है नामित मापन (Nominal Measurement), क्रमित मापन (Ordinal Measurement), अन्तरित मापन (Interval Measurement), तथा अनुपातिक मापन (Ratio Measurement) है।

3. मापन की आवश्यकता क्यों होती है ?

उत्तर कभी कभी ज्ञानेन्द्रियाँ के द्वारा प्राप्त जानकारी सही नहीं होती इसलिए मापन की आवश्यकता होती है ।

4. मापन से क्या आशय है?

उत्तर किसी वस्तु की सही माप ही मापन कहलाती है ।

निष्कर्ष

आशा है की मापन क्या है ? मापन से आप क्या समझते है ? इसकी जानकारी स्पस्ट हो गया होगा तथा आपको हमारी पोस्ट को पढ़कर अच्छा लगा होगा यदि जानकारी अच्छी लगी हो तो आप अपने दोस्तों के साथ SHARE कर सकते है धन्यवाद ।