क्रिसमस क्यों और कैसे मनायें? | Christmas Information in Hindi

By   December 21, 2021

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दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम क्रिसमस डे से सम्बंधित जानकारियों को प्राप्त करने वाले है, अगर आप क्रिसमस से सम्बंधित जानकारी के लिए यहाँ पर आये है तो आप सही जगह आये है बस आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़े आपको क्रिसमस से सम्बंधित बहुत सारी जानकारियां मिलने वाली है।

Christmas Information in Hindi :-

प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी के रूप में मनाया जाने वाला ईसाई धर्म का महत्त्वपूर्ण त्यौहार है, क्रिसमस डे को एक अन्य नाम “बड़ा दिन” के नाम से भी जाना जाता हैं। 25 दिसंबर को ईसा मसीह यानि यीशु का जन्म हुआ था इसलिए ईसाई धर्म के लिए यह पर्व ‘क्रिसमस’ बहुत ही ख़ास पर्व होता है।

यह पर्व प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को दुनिया के अधिकांश देशों में मनाया जाता है। क्रिसमस शब्द का जन्म “क्राइस्ट मास” शब्द से हुआ है, इसके अलावा ऐसा माना जाता है कि 336 ई. में रोम में सबसे पहला क्रिस्मस डे मनाया गया था।

‘क्रिसमस डे’ पूरे विश्व में मनाये जाने वाले त्यौहारों में से एक है, क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगो के लिए बहुत ही विशेष फेस्टिवल है। ‘क्रिसमस डे’ फेस्टिवल को क्रिश्चियन समुदाय के लोग बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं तथा इस दिन पुरे विश्व में छुट्टी होती हैं।

 

क्रिसमस कैसे मनाया जाता है (How Christmas is celebrated in Hindi) :-

दोस्तों दुनियां में जितने भी पर्व या त्यौहार मनाये जाते हैं उन सबका मकसद केवल प्रेम ही होता है, Christmas के दिन लोग एक-दूसरे को गिफ्ट देते हैं तथा पार्टियां करते हैं। दोस्तों सभी त्योहारों को प्रेम और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता हैं, क्रिसमस डे का भी यही उद्देश्य होता है।

बच्चों में प्रेम और ईश्वर के प्रति आस्था बनाये रखने के लिए क्रिसमस डे (25 दिसंबर) को कई प्रकार के आयोजन भी किये जाते हैं।

  • इस दिन यीशु के जन्म का सेलिब्रेशन किया जाता हैं, खासतौर पर चर्च में जश्न मनाया जाता हैं।
  • क्रिसमस डे के दिन चर्च में प्रेयर की जाती हैं, मैडिटेशन करते हैं, सॉंग गाये जाते हैंतथा कैंडल जलाकर सेलिब्रेशन किया जाता हैं।
  • क्रिसमस डे के दिन लोग बाइबिल पढ़ते हैं, मैडिटेशन करते हैं और अपने धर्म के अनुसार उपवास करते हैं।
  • क्रिसमस डे के दिन, जीवन संबंधी कहानियाँ पढ़ी एवम सुनाई जाती हैं, जिससे मनुष्यों में शांति, दया, सदाचार एवम प्यार का भाव उत्पन्न हो।
  • क्रिसमस के दिन सभी अपने घर तथा घर के आसपास के सभी स्थानों को साफ़ करते हैं, उन्हें सजाते हैं. कई अच्छे-अच्छे पकवान बनाते हैं, इस दिन लोग अपनों के लिए गिफ्ट्स लाते हैं, कार्ड्स बनाते हैं. और एक दुसरे से मिलकर उन्हें कार्ड्स, गिफ्ट्स तथा कई पकवान देते हैं।

क्रिसमस डे कब मनाया जाता है (Christmas Day Information) :-

प्रत्येक वर्ष 25 दिसम्बर के दिन यह पर्व (क्रिसमस डे) मनाया जाता हैं, इसे बड़ा दिन के नाम से भी जाना जाता हैं। ऐसा माना जाता है की इसी दिन ईसा मसीहा का जन्म हुआ था और इसी के उपलक्ष्य में यह पर्व मनाया जाता है, ईसा मसीहा क्रिश्चियन समुदाय के भगवान कहे जाते हैं।

क्रिसमस का पर्व 12 दिनों तक मनाया जाता है, इस प्रकार यह पर्व 25 दिसंबर से 6 जनवरी तक चलता हैं, क्रिसमस के 12 दिन के फेस्टिवल को क्रिसमस टाइड के नाम से जाना जाता हैं।

दोस्तों सभी धर्म प्रेम का पाठ सिखाते हैं इस त्यौहार का भी यही मकसद होता हैं यह पर्व भी मनुष्यों में प्यार और विश्वास को बनाये रखने का संदेश देता है, क्रिसमस के दिन सभी एक-दूसरे को गिफ्ट्स, फ्लावर्स, कार्ड्स आदि देते हऔर पार्टियां करते हैं।

क्रिसमस डे क्यों मनाया जाता है :-

ऐसा माना जाता है की इसी दिन ईसा मसीहा का जन्म हुआ था और इसी के उपलक्ष्य में यह पर्व मनाया जाता है अर्थात क्रिसमस डे भगवान ईसा मसीहा के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, ईसा मसीहा क्रिश्चियन समुदाय के भगवान कहे जाते हैं।

क्रिस्मस का इतिहास (Christmas History in Hindi) :-

25 दिसंबर को क्रिसमस मानाने को लेकर बहुत सारी भिन्न-भिन्न कथाएं प्रचलित हैं एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म, 7 से 2 ई.पू. के मध्य हुआ था, 25 दिसम्बर यीशु मसीह के जन्म की कोई ज्ञात वास्तविक जन्म तिथि नहीं है और लोगों का ऐसा मानना है कि इस तिथि को एक रोमन पर्व या मकर संक्रांति से संबंध स्थापित करने के आधार पर चुना गया है।

ईसाई धर्म के लोगों का यह मानना है कि इस दिन रोम के गैर ईसाई लोग अजेय सूर्य का जन्मदिन मनाते थे और ईसाई चाहते थे की यीशु का जन्मदिन भी इसी दिन मनाया जाए। सर्दियों में जब सूरज की गर्मी कम हो जाती है तो गैर ईसाई इस इरादे के साथ पूजा पाठ करते और रीति-रस्म मनाते ताकि सूरज अपनी लम्बी यात्रा से लौट आए और दोबारा उन्हें गरमी और रोशनी प्रदान करें। और उनका यह भी मानना था कि 25 दिसम्बर से सूरज लौटना शुरू भी कर देता है।

विश्व के लगभग सौ से भी ज्यादा देशों में क्रिसमस का त्यौहार आज बड़े उल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है, अनेक देशों में इस दिन राजकीय अवकाश भी घोषित किया जाता है। इस दिन को क्रिसमस पर्व के रूप में मनाने के लिए काफी समस्याओं से जूझना पड़ा था, पिछले डेढ़ शताब्दी से क्रिसमस का पर्व बिना किसी बाधा के आयोजित किए जा रहे हैं।

सांता क्लॉज (Santa Claus in Hindi) :-

सांता क्लॉज, क्रिसमस डे पर्व की पहचान बन चुका है, सांता क्लॉज की छवि एक गोल मटोल आदमी की होती है जो हमेशा लाल कपड़े पहन कर रखता है तथा सर पर टोपी लगाए हुए रहता है। सांता क्लॉज क्रिसमस डे के दिन अपनी स्लेज पर बैठकर बच्चों को गिफ्ट देने के लिए आता है, सांता क्लॉज के बिना क्रिसमस की कल्पना हर किसी के लिए अधूरी है।

सांता क्लॉज को लेकर बहुत सारी कथाएं मौजूद हैं कई लोगों का मानना हैं कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस (Saint Nicholas),जो तुर्की के मीरा (Myra) नामक शहर के बिशप थे, वही असली सांता थे, संत निकोलस गरीबों को हमेशा गिफ्ट दिया करते थे तथा लोग संत निकोलस का काफी आदर भी करते थे। उसी समय से सांता क्लॉज की परिकल्पना की जाने लगी।

क्रिसमस ट्री (Christmas Tree in Hindi) :-

जब भगवान ईसा मसीहा का जन्म हुआ था तब सभी देवता उनको देखने और उनके माता-पिता को बधाई देने आए थे, उस दिन से आज तक हर क्रिसमस के मौके पर सदाबहार फर के पेड़ को सजाया जाता है और इस ट्री को ‘क्रिसमस ट्री’ कहा जाता है। क्रिसमस ट्री को सजाने की शुरुआत करने वाला पहला व्यक्ति का नाम “बोनिफेंस टुयो” था, बोनिफेंस टुयो एक अंग्रेज धर्मप्रचारक था, यह पहली बार जर्मनी में दसवीं शताब्दी के बीच शुरू हुआ था।

क्रिसमस डे से सम्बंधित कुछ ख़ास जानकारियां :-

क्रिसमस डे से सम्बंधित कुछ ख़ास जानकारियां निम्न प्रकार से है-

  • प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर के दिन ईसाई धर्म का सबसे खास पर्व क्रिसमस मनाया जाता है।
  • ऐसा माना जाता है कि इस दिन ‘ईसा मसीह’ यानि ‘यीशु’ का जन्म हुआ था।
  • क्रिसमस डे के दिन एक फर के पेड़ को सजाया जाता है, इस पर रंग बिरंगी लाइट्स लगाई जाती हैं तथा तोहफे आदि लटकाए जाते हैं, लोगों का ऐसा मानना है कि ये पड़े घर की नेगेटिविटी को दूर करता है।
  • फर के इस पेड़ को लोग क्रिसमस ट्री कहते हैं, लोगों का ऐसा मानना है कि यीशु के माता-पिता को शुभकामनाएं देने के लिए देवदूतों ने फर के पेड़ को सितारों से सजाया था तथा ऐसा कहा जाता है कि जर्मनी से पेड़ सजाने की परंपरा शुरु हुई थी।
  • पूरी दुनिया में इस त्यौहार को मानाया जाता है अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है, यूरोप में इस त्यौहार को लगभग 12 दिनों तक मनाया जाता है।

Frequently Asked Questions (FAQ’s) :-

Qus 1: 25 दिसंबर को क्या क्या मनाया जाता है?

Ans: 25 दिसंबर को क्रिसमस डे मनाया जाता है, प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को क्रिसमस का पर्व सेलिब्रेट किया जाता है।

  • इसे बड़ा दिन के नाम से भी जाना जाता है।
  • इसके अगले दिन बॉक्सिंग डे सेलिब्रेट करते हैं।

Qus 2: भगवान ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में कौन सा त्यौहार मनाया जाता है?

Ans: भगवान ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में “क्रिसमस डे” त्यौहार मनाया जाता है।

Qus 3: क्रिसमस का त्योहार कब और कैसे मनाया जाता है??

Ans: हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है, क्रिसमस का पर्व उपहारों का आदान-प्रदान करके जाता है तथा घरों में क्रिसमस ट्री को सजाया जाता है।

Qus 4: क्रिसमस कैसे मनाया जाता है?

Ans: क्रिसमस के पर्व में “क्रिसमस-ट्री” को सजाया जाता है तथा पूजा स्थलों के परिसरों को इस तरह सजाया जाता है जैसे दिवाली का पर्व हो, इस दिन लोग उपहारों का आदान-प्रदान करते है।

Qus 5: ईसा मसीह का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

Ans: ईसा मसीह का जन्म “ल. 4 BC यहूदा, रोमन साम्राज्य” में हुआ था।

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आज आपने क्या सीखा :-

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